समाज में नृत्य का बदलता स्वरुप : एक समाजशास्त्रीय विश्लेषण

Title
समाज में नृत्य का बदलता स्वरुप : एक समाजशास्त्रीय विश्लेषण
Author(s)
Dr.Suchitra Sharma
Issue Date
01-09-2016
Citation
-
Document Abstract
भावनाओ की अभिव्यक्ति के कई साधन है व्यक्ति जिन्हे अपने अपने तरीके से व्यक्त करता है कभी बोलकर , गाकर और कभी नृत्य के माध्यम से इन सबमे नृत्य ही एक एसा माध्यम है जिसमे भावनाओ की सशक्त प्रस्तुति अपनी आंगिकाओ द्वारा की जाती है
Language
Hindi
Document Year
2016
Subject Name
Sociology
Publisher Name
Research Expression
Rights :
All Rights Reserve